जानिये कार में क्या होता है कर्ब वेट Curb (Kerb) Weight?
अर्थात एक गाड़ी का वास्तविक वजन,जिसमें उसके सारे इक्विपमेंट.आयल,कुलेंट के साथ-साथ फ्यूल टैंक भी फुल हो.....हाँ लेकिन उस पर कोई चालक सवार ना हो..अर्थात बिना चलाई हुई गाड़ी का सभी अंगों,फ्यूल एवं एसेसरीज के साथ वजन....
आज का गाड़ी ज्ञान.....
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मित्रों आज का महत्वपूर्ण विषय है ""कर्ब वेट"" जिसको कि ""नियंत्रित वजन""भी कह सकते हैं.....
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आइये पहले जानें कि कर्ब वेट होता क्या है ??
Curb weight या Kerb weight अर्थात एक गाड़ी का वास्तविक वजन,जिसमें उसके
सारे इक्विपमेंट.आयल,कुलेंट के साथ-साथ फ्यूल टैंक भी फुल हो.....हाँ लेकिन
उस पर कोई चालक सवार ना हो..अर्थात बिना चलाई हुई गाड़ी का सभी अंगों,फ्यूल
एवं एसेसरीज के साथ वजन....
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नई गाड़ी लेते समय इस पर कोई ध्यान
नहीं देता..सब लम्बाई-चौड़ाई-उंचाई ही देखते हैं....लेकिन हम हैं ना आपकी
सेवा के लिए....एक ही रेंज की,सेम इंजन कैपेसिटी वाली गाड़ियों में कर्ब वेट
अलग अलग हो सकता है...ऐसे में कम कर्ब वेट वाली गाड़ी का माइलेज बेहतर होगा
...कारण कि इंजन पर वजन कम होने से गाडी लपक के चलती है...आपसे अनुरोध है
कि नई गाड़ी लेते समय इस बात पर ध्यान अवश्य दें अन्यथा बाद में आप खुद को
ठगा हुआ सा महसूस करेंगे...आप खुद ही सोचिये कि जिस गाड़ी का खुद का वजन
ज्यादा होगा तो वो तो अपने ही वजन से थक जायेगी...आपको ढोते हुए क्या ख़ाक
राइडिंग का मज़ा देगी....
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गाडी लेते समय जो कर्ब वेट होता है
अमूमन समय के साथ उसमें वृद्धि होती है..कई तरह के अवयव गाड़ी की सतह की
मोटाई बढाते हैं इसलिए वजन वृद्धि के कारण गाड़ी की परफॉरमेंस भी समय के साथ
गिरती जाती है...आप बिना धेला खर्चा किये नई गाड़ी जैसी परफॉरमेंस हमेशा
चाहते हैं फलस्वरूप गाड़ी चिडचिडी होती जाती है....कर्कश आवाजें आनी शुरू हो
जाती है.....गाड़ी की सम्पूर्ण धुलाई समय-समय पर करवाते रहने से कर्ब वेट
को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है....
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इसका दूसरा पहलू ये
भी है कि अगर आपको भारी गाड़ी ही पसंद है तो फिर थोड़ा ज्यादा बजट के साथ ऐसी
भारी गाड़ी लें जिसकी इंजन कैपेसिटी भी बड़ी हो....ऐसी गाड़ियों को चलाने का
आनंद ही कुछ और है...लेकिन गाड़ी अपने डील-डौल और वजन के हिसाब से ही
लें....पांच फुटिया 50 किलो का ड्राईवर हमर चलाते हुए बिलकुल भी अच्छा
नहीं लगता.....
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विशेष नोट :----
वैसे इसमें कुछ अपवाद भी हैं उदाहरण के लिए इकोस्पोर्ट का इकोबूस्ट इसमें
इंजन कैपेसिटी छोटी है कर्ब वेट ज्यादा है लेकिन माइलेज बेहतर है....कारण
इसका ""स्पेसिअल्ली डिजाईन्ड इंजन""है..हुंडई का कप्पा इंजन भी इसका एक
उदाहरण है..लेकिन ये फीचर सबमें नहीं होते...ऐसे इंजन रोज रोज नहीं
बनते.......और साथ ही ऐसी गाड़ियों का ध्यान भी बहुत रखना पड़ता है तभी वो
बेहतर राइड क्वालिटी देती हैं.....
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#मलंग_मिस्त्री द्वारा चालक हित में निशुल्क जारी....