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जब भी किसी डाकू का ख्याल ज़ेहन में आता है तो वो ही एक चेहरा आँखों के सामने आता है ........ सफेद-धोती काला-कुर्ता चेहरे पे काला नकाब ललाट पे तिलक घोड़े पे बैठ दुनाली के साथ जय भावनी का उद्घोष ......... फिल्मों के ये डाकू वाली ये छवी बचपन से मेरे मन मस्तिष्क पटल पे अंकित है और ताउम्र रहेगी ........ कुछ चीजें बदलती नहीं है ........

सेठ और लाला का ख्याल ज़ेहन में आये तो ........ सफेद धोती-कुर्ता सर पे नेहरू टोपी हाथ में छतरी और बही-खाता ........ मोटा थुलथुल पेट ........

फटेहाल अपंग भिखारी बिखरे रूखे बाल वाला ........ लंबे काले कोट में वकील ........ सर पे वुलेन की कानों को ढक्की टोपी वाला जज काले चोगे में ........ शर्ट के ऊपर हॉफ़ स्लीव के व्हाइट पतले कोट और गले में स्टेथेस्कोप वाला डॉक्टर ........ ये कुछ आकृतियां इमेज सिर्फ मेरे ही मन में नहीं शायद सबके मस्तिष्क पटल पे अंकित होती होगी ........

5 दिन पहले तेज़ बहादुर का वीडियो काफी लोगों ने व्हाट्सएप्प पे भेजा देखने और लिखने का आग्रह किया ........ फेसबुक पे मेन्सन कर कर के सबने देखने का आग्रह किया ........ लेकिन मैंने नहीं देखा ........ बीबी और बेटों को भी आग्रह पे नहीं दिखाया ........ अभी तक एक भी जवान का वीडियो नहीं देखा मैंने ........

छः से साढ़े छः फुट का एक लंबा तगड़ा गबरू जवान ....... रोबदार चेहरा रोबदार मुच्छे ....... या हीरो के माफिक चिकना हैंडसम लेकिन बलशाली ....... दुनाली से ले के टैंक तोप और अत्याधुनिक हथियारों से सुसज्जित ....... ब्लैक बूट मिलिट्री वाली यूनिफार्म ........

मेरे मस्तिष्क में बचपन से ये छवीं बनी हुई है भारतीय सेना के एक जवान की ........ उस जवान की विवशता का वीडियो मैं कैसे देखूं ........ जो छवी मस्तिष्क पटल पे है वो धूमिल हो जायेगी ........ और आगे के लिए एक मजबूर लाचार जवान की छवी मस्तिष्क में अंकित हो जायेगी ........ इसलिए मैंने वीडियो देखना दिखाना उचित नहीं समझा ........ सच कहूं तो हिम्मत भी नहीं मजबूरी लाचारी के वीडियोस देखने की ........

एक फैशन बन गया है वीडियो बना के अपलोड करने का ........ प्रथा प्रचलित हो गयी है ........ बन्द होनी चाहिए ये ........

फौज अपने तौर तरीके नियम कायदे कानून नहीं बदल सकती ......... अगर आप अनुकूल नहीं हो किसी कार्य के लिए ........ किसी कार्य क्षेत्र के वातावरण परिस्तिथि के लिए आप स्वयं को उपयुक्त नहीं समझते हो ........ तो आप कार्य क्षेत्र ही बदल डालिये अपना ........

फौज अपने हिसाब से चलेगी ना कि आपके हिसाब से ........ अगर आपके हिसाब से वीडियो अपलोड भूख हड़ताल के दबाव में फौज और फौजी चलेंगे ........ तो अंतर क्या रहेगा एक फौजी और होम गार्ड में !!!! ........

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