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7. "गद्दारों का भाट नहीं हूँ " ....
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गत एक मास की फेसबुक पर मेरी पोस्ट्स को पढ़कर
कतिपय स्वयम्भू छद्म बौद्धिक न्यायमूर्तियों और 'यथार्थ भाटों'ने मुझे 'चारण -भाट' परम्परा का कवि होने के अपने निर्णय से मुझे अवगत कराया है मैं उनके इस निर्णय कोआंशिक रूप में स्वीकार करता हूँ और उनके सूत्र बद्ध निर्णय की व्याख्या प्रस्तुत
कर रहा हूँ ......
" भारत माँ का 'चारण' हूँ मैं ,
गद्दारों का 'भाट ' नहीं हूँ ।
पाक -परस्तों का दुश्मन हूँ ,
चीन -भक्ति का 'काट 'कहीँ हूँ ।।"
विशेष .....
चारण ... राष्ट्र् की सुरक्षा और उसके वैभव विस्तार
के लिये शतप्रतिशत समर्पित निःस्वार्थ
स्वाभिमानी दृढ़ इच्छा शक्ति वाले शासक का
प्रशंसक कवि ।
भाट ...पैसा पद प्रतिष्ठाकी सुरक्षा अथवा प्राप्ति केलिये
राष्ट्र् के आतंरिक और वाह्य शत्रुओं से सांठ
गाँठ करके राष्टीय नेतृत्व को कमजोर करने के
अभियान में अहर्निश संलग्न 'गद्दारों 'की कृपा
प्राप्ति के लिये उनकी प्रशस्ति में नित्य
चालीसा लिखने और पढ़ने वाले स्वघोषित
छद्म बौद्धिक स्वानधर्मी (मालिक की इच्छा के
के अनुरूप पूंछ हिलाने वाले ) चापलूस ।
काट..... खण्डन कर्ता ।

और
...........,
' पोखर' में जनमें जो बगुले ,पोखर ही निवास है जिनका ।
हंस न कहीं प्रतिष्ठा पाये ,सामूहिक प्रयास है इनका ।
जग की आँखबचाकर ये ,ज्यों की त्यों 'मीन' निगलजाते हैं।
' मानस' के 'मराल' का निज को ,असलीवंशज बतलाते हैं ।।
किन्तु इन्हें मानस-संस्कृति को ,लांछित करते देख मुझे तो
हंस -चरित को करो प्रतिष्ठित ,यह सन्देश सुनाती कविता।
कविता रचना मुझे न आता ,कभी कभी रचजाती कविता।।"
विशेष .....
पोखर ....एक लघु जलाशय ,जिसमें बस्ती की गन्दगी
सहित जल भराव होता रहता है ।
मीन .....मछली ।
मानस .. मानसरोवर ।
मराल ... हंस ।
कविता मेरे लिये व्यवसाय नहीं ,किसी को प्रसन्न
अथवा अप्रसन्न करने का माध्यम नहीं, वह तो
सर्व विद्या की अधिष्ठात्री देवी माँ वाणी की
अहैतुकी कृपा का प्रसाद है ।


8. "समाज तोड़ो ,जाति जोड़ो '' .... "समाजवादी लोहिया वाद "
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आज के राष्ट्रीय राजनितिक परिदृश्य के केंद्र में समाजवाद और राष्ट्रवाद विशेष रूप से चर्चा में हैं । अतएव गत शताब्दी से लेकर अब तक समाज वाद और राष्ट्रवाद की संपूर्ण प्रगति पर समीक्षात्मक टिप्पणी सूत्रबद्ध करके मैं प्रस्तुत कर रहा हूँ ...

1.अ . लोहियावादी समाजवाद ...
" जाति तोड़ो ,समाज जोड़ो "
...डॉ राम मनोहर लोहिया
ब . समाजवादी लोहियावाद
"समाज तोड़ो ,जाति जोड़ो । "
उत्तर प्रदेश सरकार के गत वर्षो के आचरण व्यवहार से
निकला निष्कर्ष ।
2. अ. गांधीवादी राष्ट्रवाद .....
"राष्ट्र् तोड़ो ,वोट बैंक जोड़ो "
इसी गाँधीवादी राष्ट्रवाद के चलते भारत के 3 टुकड़े हो गये
और खंडित भारत के पुनर्विभाजन की प्रक्रिया जारी है ।
ब ... मोदीवादी ,राष्ट्रवाद ..
"वोटबैंक तोड़ो ,राष्ट्र् जोड़ो "
मैंने यह संक्षिप्त सूत्रबद्ध समीक्षा प्रस्तुत की है ।
फ़िलहाल इन सूत्रों की व्याख्या अपने प्रबुद्ध friends
के लिए छोड़ रहा हूँ ।


9. " कटखंनें कुत्ते दिखें ,बहुत व्यथित बेहाल " .....
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'हेजरी ' और 'अमता ' का हजारों करोड़ का काला धन नेपाल और पाकिस्तान के बैकों में फंसा ।सारा धन 5सौ और एक हजार के नोटों में ।बैंकों ने अपनी मुद्रा बदलने की दी चेतावनी । नेपाल की बैंकों ने भारत सरकार से 10हजार करोड़ से अधिक के नोट बदलने कीअनुमति मांगी ।जबकिभारत सरकार की मात्र 3.5
करोड़ की मुद्रा ही अधिकृत रूप से जारी की थी ।
दोनों ने 3 दिन में नोट बन्दी का आदेश वापस लेने की मांग
की ।माँग न स्वीकार होने पर काले धन के पक्ष में देश व्यापी आंदोलन की धमकी । 10 हजार करोड़ तो केवल अभी तक
नेपाल के बैंको में जमा काले धन की जानकारी मिली है ।पाकिस्तान में जमा धनराशि अकूत है ,क्योंकि वहाँ से कोई भी अधिकृत जानकारी नहीं मिल सकती । भारत सरकार ने 3.50 से
अधिक मुद्रा बदलने से किया इन्कार । उजले उजले दिखने वाले
काले मन वाले गद्दार राजद्रोह पर उतारू ।
बौराये कटखंनें कुत्तो के मौत के दिन सन्निकट ।

"कटखंनें कुत्ते ' दिखें ,बहुत व्यथित बेहाल ।
मोदी जी इस बार तो ,ऐसा किये कमाल ।।
ऐसा किये कमाल, 'स्वान -कुल' पागल दीखे।
बौराये कुछअधिक , 'केजरी -स्वान ' सरीखे ।।
जिससे खुद खुल गये , सभी के काले पन्ने ।
मरने के दिन निकट ,उग्र कुत्ते कटखंनें ।।"
विशेष ...
हेजरी .. भारत में इस्लामी और नक्सली आतंकियों से
डरे सहमें कायर और पाक चीन के गुलाम नेताओं
की भारत विरोधी नेताओं की एक गद्दार प्रजाति ।
अमता .. दुर्बुद्धि ,उलटी खोपड़ी की अर्धविक्षिप्त औरत ,
एक प्रकार से हेजरी का स्त्रीलिंग ।
स्वान-कुल...कुत्तों का समूह ।
हेजरी -स्वान ..हेजरी प्रजाति के कुत्ते ।
कटखंनें कुत्ते ...पागल होने के पहले की दशा में जो
कुत्ते अपने मालिक को और उसके घर
के सदस्यों को काटने लगते हैं ।
सरीखे ...समान, हेजरी के स्वभाव और दुष्टाचार वाले ।



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